Are mere pyare ! अरे मेरे प्यारे ! - Oh my dear

अरे मेरे प्यारे ! बना के मन को अपना मीत सुना ज़रा उसे प्यारा संगीत भूलाने को गमगीन बात बिछड़े ना सुनहरी याद बढ़ जरा आगे देने खुदी का साथ चल मेरे साथी डग भर भर मिटाता चल मायूसियों को हर दर हर पल रख चींटी सा आत्म बल गिर गिर के पा लेती है मंज़िल इक पल आखिर तू है इक इंसान ब्रह्माण्ड की सर्वश्रेष्ठ कृति में है तेरा स्थान फ़िर क्यूं रहे परेशान लेगा जब तू ठान हरा के परेशानियों को बन जाएगा महान वतन करेगा तुझ पे अभिमान। - नरेंद्र सिंह राठौड़