Bachpan ka pyar - बचपन का प्यार - Great love of childhood

बचपन का प्यार मां के आंचल में छुपकर पिताजी की डांट से बचना सर्द रातों में अलाव में अंगुलियों को तपाना सिगड़ी के अंगारों पे मां के हाथ के सीके हुए भुट्टे को फूंक मार मार कर खाना गांव के गलियारों में मिट्टी की ढेरियों में चिर्मियों को ढूंढना हवा के झोंको संग दौड़ दौड़ कर चकरी उड़ाना बारिश के मौसम में भीगना नम मिट्टी में पैर डाल कर घर बनाना कैर के फूलों को हाथ में लेकर मधुर रस चूसना पिताजी की अंगुली थामे मेले में जाना जाकर गरम गरम जलेबियां खाना पंछियों को दाना डालना मेहमानों संग गुफ्तगू करना अभी याद है। :- नरेन्द्र सिंह राठौड़