mere ishwar kar rahe hain aaj elan ! मेरे ईश्वर कर रहे हैं आज ऐलान !My God is announcing today!
मेरे ईश्वर कर रहे हैं आज ऐलान !
ओ , दुनिया के वैज्ञानिक !
निकालो तुम आज बाल की खाल
हो जाएगा बाल की खोज में ब्रह्मांड का ज्ञान ।
मरता शरीर है
पर मरता नहीं कभी बाल
सुन पुकार पांचाली के खुले केश से
निकले केशव ने बढ़ा दिया चीर का अनंत थान।
खुले थे भीष्म के सामने शिखंडी के बाल
इच्छा मृत्यु के वरदान के सामने बने वो ढाल
दिया अर्जुन को जीवन दान
बाल बने बाण सैय्या देने भीष्म पितामह को सम्मान।
धनानंद ने किया जब चाणक्य का अपमान
गांठ बांध शिखा बालों की
ली शपथ बना दूंगा नन्द साम्राज्य को श्मशान
अखंड साम्राज्य की नींव रखने हेतु करूंगा युद्ध घमासान।
बाल से सृष्टि होती है
बाल होते हैं संहार
दक्ष ने जब सती का अपमान किया
बाल से पैदा किया शिव ने
दक्ष के नाश के लिए वीरभद्र जैसा वीर्यवान।
मेरे ईश्वर कर रहे हैं आज ऐलान !
ओ , दुनिया के वैज्ञानिक !
निकालो तुम आज बाल की खाल
हो जाएगा बाल की खोज में ब्रह्मांड का ज्ञान ।
:- नरेन्द्र सिंह राठौड़ (भारत )
Comments